नींद नहीं आती? अब जरूर आएगी! नींद से जुड़ी हर समस्या का हल अब आपके पास है!

आपको नींद क्यों नहीं आती? नींद न आने के 10 आम कारण

काम की चिंता, पैसे की टेंशन या पारिवारिक जिम्मेदारियाँ – जब दिमाग शांत नहीं होता तो नींद भी मुश्किल हो जाती है।

 

सोने से पहले फोन या टीवी का उपयोग ब्रेन की नींद प्रक्रिया को बाधित करता है। यह नींद के हार्मोन मेलाटोनिन को कम करता है।

 

कभी जल्दी सोना, कभी देर से – शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक गड़बड़ा जाती है।

 

चाय, कॉफी या सिगरेट में पाए जाने वाले तत्व नींद को खराब करते हैं, खासकर शाम के समय सेवन करने पर।

 

 

मन में बेचैनी या उदासी होने पर नींद टूटती रहती है या आती ही नहीं।

 

दिमाग लगातार कुछ न कुछ सोचता रहता है, जिससे दिमाग को शांत करना मुश्किल होता है।

 

कमर दर्द, एसिडिटी या सांस की समस्या जैसी बीमारियाँ भी नींद को प्रभावित करती हैं।

 

बहुत रोशनी, शोर या गर्मी – ये सब आपकी नींद को परेशान करते हैं।

 

दिन में बहुत देर तक सोना, रात को लेटे-लेटे मोबाइल देखना – ये आदतें नींद बिगाड़ती हैं।

 

सोने से ठीक पहले बहुत ज़्यादा खाना या मसालेदार भोजन पचने में समय लेता है, जिससे नींद में रुकावट आती है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 62% लोग नींद की समस्या को हल करने के लिए कोई न कोई “external” तरीका अपनाते हैं, लेकिन सिर्फ 19% लोग lifestyle सुधारने की कोशिश करते हैं।  
(Source: India Sleep Disorder Survey, 2024)

नींद लाने के लिए लोग क्या-क्या करते हैं?

शराब का सेवन (Alcohol Use)​

बहुत से लोग सोचते हैं कि शराब से नींद जल्दी आती है, लेकिन रिसर्च कहती है कि इससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है और आप बीच-बीच में जागते रहते हैं।

नींद की गोलियां (Sleeping Pills)

शुरुआत में राहत मिलती है, लेकिन धीरे-धीरे इन पर निर्भरता बढ़ती है। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगातार सेवन से मानसिक संतुलन और याददाश्त पर असर पड़ सकता है।

नशे का सहारा (Drugs)

बहुत से लोग सोचते हैं कि शराब से नींद जल्दी आती है, लेकिन रिसर्च कहती है कि इससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है और आप बीच-बीच में जागते रहते हैं।

थककर चूर हो जाना (Overwork)

लोग सोचते हैं कि थकावट से नींद पक्की है, लेकिन कभी-कभी ज्यादा थकान से दिमाग hyper हो जाता है, और नींद नहीं आती।

नींद से पहले भारी खाना

पेट भारी हो तो नींद आने की बजाय बेचैनी और गैस जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।

बिना समय का सोना

दिन में कभी भी सो जाना, या रात में देर तक जगना, शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक को बिगाड़ देता है — जिससे नींद आने में परेशानी होती है।

नींद लाने के घरेलू नुस्खे

दादी माँ के नुस्खे तभी कारगर होते हैं जब सही lifestyle के साथ अपनाए जाएं, वरना असर उल्टा भी हो सकता है।

कैफीन का सहारा लेना

लोग सोचते हैं थोड़ा चाय पी लूं रिलैक्स हो जाऊंगा, लेकिन कैफीन आपके दिमाग को active बनाए रखता है — जिससे नींद गायब हो जाती है।

नींद के लिए सोशल मीडिया स्क्रॉल करना

“थोड़ी देर Instagram देखते हैं…” से शुरुआत होती है और कब 2 घंटे निकल जाते हैं पता नहीं चलता — नींद तो दूर की बात।

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